Darash Dikhade Mere Shyam Baba Aan Pada Hu Tere Dawar Pe
दरश दिखादे मेरे श्याम बाबा आय पड़ा हूँ तेरे द्वार पे
तर्ज – तुझको पुकारे मेरा प्यार
दरश दिखादे मेरे श्याम,
बाबा आय पड़ा हूँ तेरे द्वार पे।।
लाखो की नैया, बनके खिवैया तुने पार लगाई,
मेरी भी नावँ डोले,खाये हिचकोले मेरे श्याम कन्हाई,
छूटे सहारे है तमाम।।(१)
कब से पुकारूँ,बाट निहारूँ मेरी बिगड़ी बना दे,
भटका हूँ दर दर,आया तेरे दर मुझे राह दिखा दे,
गिरते हुए को तुं ही थाम।।(२)
हुई है निराशा,दे दे दिलासा बाबा दास हूँ तेरा,
मुझे तो सहारा,एक तुम्हारा दूजा कोई न तेरा,
मुझको सुहाये तेरा नाम।।(३)
“बिन्नू” की विनती,करियो न गिनती मेरी गलती की स्वामी,
क्या क्या बताऊँ,क्या क्या छिपाऊँ तुम से अन्तर्यामी,
अपना बनाले घनश्याम।।(४)
बाबा आय पड़ा हूँ तेरे द्वार पे
।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम ही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
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