Tu Dayalu Hai Tu To Dani Hai Preet Nibhani Hai Aasu Aankho Ke Na Ye Pani Hai Prem Nishani Hai
तू दयालु है तू तो दानी है प्रीत निभानी है आँसू आँखो के ना ये पानी है प्रेम निशानी है
तर्ज – तू कितनी अच्छी है तू कितनी भोली है
तू दयालु है, तू तो दानी है,
प्रीत निभानी है | हे श्याम हे श्याम
आँसू आँखो के, ना ये पानी है,
प्रेम निशानी है | हे श्याम हे श्याम ………
दिल से पकड़ी है तेरी डगरिया
ना भटकु मैं पथ से तेरे, ले ले आन खबरिया
ये जो दुरी है, प्रीत अधूरी है
क्या तूने जानी है | हे श्याम हे श्याम ………
मैने भी चाहा है प्यार तुम्हारा
ये ना सच है मैने तुमको दिल से नहीं पुकारा
मेरी आँखो में, मेरी बातों में
क्या बेईमानी है | हे श्याम हे श्याम ……
खूद से कभी भी दूर ना करना
तू तो जाने ना है कोई, यहाँ पे मेरा अपना
” जालान ” कहता है, जहाँ पे रहता है
शहर भिवानी है | हे श्याम हे श्याम ………