Aaye Hai Din Fagun Ke Aaye Hai Din Nachan Ke
आए हैं दिन फागण के आए हैं दिन नाचण के
आए हैं दिन फागण के, आए हैं दिन नाचण के
आज नहीं तो कब नाचोगे, बीत गए दिन सावन के
यही वो दिन घर-घर कीर्तन होता
बाबा से जाके मिलने का मन होता
आए हैं दिन, खाटू जाकर, गीत श्याम के गावण के
आए हैं दिन………………।।1।।
यही वो दिन बाबा सबको बुलाए
खाटू में दिल खोल कर माल लुटाए
बाबा से जो चाहे मांगो, आया है दिन फागण के
आए हैं दिन………………।।2।।
गाड़ी की स टिकट कटावण लागै
बाबा से सब हेत लगावण लागै
आए है दिन शिखर बंद पर, श्याम निशान चढ़ावण के
आए हैं दिन………………।।3।।
ये वो दिन खाटू नगरिया सजती
ऐसे के जैसे कोई दुल्हनिया लगती
बाबा बनेगे दुल्हे राजा ये दिन है बैण्ड बजावण के
आए हैं दिन………………।।4।।
ये ही वो दिन ढोल नगाड़ा बाजे
ये ही वो दिन लीला घोड़ा नाचे
आए है दिन सुनलो बहनो, मंगला चार सुनावण के
आए हैं दिन………………।।5।।