Chalo Sathido Kanhude Ko Pecho Rang Sa Ji Gala Upar Shyam Ke Kesar Malsa Ji
चालो साथीड़ो थे कान्हूड़े को पेचो रंगस्या जी गालां ऊपर श्याम धणी के केशर मलस्यां जी
तर्ज – धमाल
चालो साथीड़ो थे कान्हूड़े को पेचो रंगस्या जी
गालां ऊपर श्याम धणी के केशर मलस्यां जी ।। टेर ।।
भगतां सागे साँवरियो, फागण में होली खेले जी
भर पिचकारी कान्हूड़े को, बागो रँगस्यां जी
चालो साथिड़ो… ।। û ।।
फागण की मस्ती मं सगला, सेवक नाचे गावे जी
मंदरिये के आगे चालो, गिन्दड़ करस्यां जी
चालो साथिड़ो… ।। ü ।।
ठंण्डी-ठंण्डी पुरवाई, हिबड़े में आग लगावे जी
चरणां के अमृत सूँ मनड़ो, ठण्डो करस्यां जी
चालो साथिड़ो… ।। ý ।।
भगतां पर यो श्याम रंगीलो निज को रंग चढ़ावे जी
प्रेम रंग की ‘हर्ष’ चाल के, बिरखा करस्यां जी
चालो साथिड़ो… ।। þ ।।