Dildaar Kanhiya Se Naata Jo Purana Hai Antim Swansho Tak Rishte Ko Nibhana Hai
दिलदार कन्हैया से नाता जो पुराना है अंतिम स्वांसों तक इस रिश्ते को निभाना है
तर्ज – बचपन की मोहब्बत को
दिलदार कन्हैया से, नाता जो पुराना है,
अंतिम स्वांसों तक, इस रिश्ते को निभाना है ।।
जब दांव लगाया है, क्या बात है डरने की,
मुद्दत से जो आई है, ये रात है मिलने की,
उस धेनु चरैया से, दुःख-दर्द सुनाना है ।।
अंतिम स्वांसों तक इस ……..
चूका तूं अगर मौका, धोखा रह जायेगा,
ठोकर मत खा जाना, वरना पछतायेगा,
यादें गिरधारी की, तेरा माल-खजाना है ।।
अंतिम स्वांसों तक इस ……..
जो इस जीवन धन से, वादा करके आया,
क्यों माया में फँसकर, पगले तूं भरमाया,
हर कुर्बानी देकर, प्रीतम को रिझाना है ।।
अंतिम स्वांसों तक इस ……..
‘शिव’ श्यामबहादुर का, हमदम वो कन्हैया है,
पतवार उसे सौंपी, घनश्याम खिवैया है,
मिलकर सत्संगत का, इक बाग़ लगाना है ।।
अंतिम स्वांसों तक इस ……..
स्व. शिवचरणजी भीमराजका ‘शिव’ द्वारा ‘बचपन की मुहब्बत को’ गीत की तर्ज़ पर रचित अनुपम भजन ।
।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम ही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
श्रीश्याम आशीर्वाद पोर्टल पर सभी मंदिर , भजन , भक्तो का जीवन परिचय, भक्तो के साक्षात्कार, प्रभु सुमिरन , ग्रन्थ व् अन्य कंटेंट को किसी न किसी ऑथेंटिकेटेड जानकारी व् व्यक्ति विशेष से लिया गया है या हमारे द्वारा पोर्टल पर विभिन्न माध्यम से प्राप्त किया गया है। कंटेंट पब्लिश करने में पूर्णतया सावधानी रखी गई है। श्री श्याम आशीर्वाद आपके द्वारा किसी भी पोस्ट में दिए गए सुझाव , बदलाव व् नए प्रस्ताव का सहृदय हार्दिक स्वागत करता है।