Jab Se Dekha Tumhe Jane Kya Ho Gya O Khatuwale Shyam Me Tere Ho Gya
जब से देखा तुम्हे जाने क्या हो गया ओ खाटूवाले श्याम मै तेरा हो गया
तर्ज – कितना प्यारा है तू
जब से देखा तुम्हे, जाने क्या हो गया
ओ खाटूवाले श्याम, मै तेरा हो गया।।
तू दाता है तेरा पुजारी हूँ मैं,
तेरे दर का बाबा भिखारी हूँ मैं,
तेरी चौखट पे दिल है मेरा खो गया।।(१)
जब से मुझको तेरी श्याम भक्ति मिली,
मेरे मुरझाये मन मे है कलियां खिली,
जो ना सोचा कभी था वही हो गया।।(२)
तेरे दरबार की वाह अजब शान है,
जो भी देखा वही तुझपे कुर्बान है,
तेरी भक्ति का मुझको नशा हो गया।।(३)
“शर्मा”जब तेरी झाँकी का दर्शन किया,
तेरे चरणों मै तन-मन ये अर्पण किया,
एक दफा खाटू नगरी मै जो भी गया।।(४)
ओ खाटूवाले श्याम,मै तेरा हो गया