जिस पर ओ सांवरिया तेरा रंग चढ़ जाता है (Jis Par O Sanwariya Tera Rang Chadh Jata Hai)

Jis Par O Sanwariya Tera Rang Chadh Jata Hai
जिस पर ओ सांवरिया तेरा रंग चढ़ जाता है

 

तर्ज – सावन का महीना पवन करे..

 

जिस पर ओ सांवरिया, तेरा रंग चढ़ जाता है।
सारे जीवन वो तो,फिर मौज उड़ाता है ।।

 

भर भर के पिये प्याला,वो तो तेरे नाम का,
उसको सुहाना लागे, रस्ता खाटूधाम का,
बस तेरे ही पथ पर,वो चलता जाता है।।(१)

 

धीरे धीरे बन जाता,तेरा वो दीवाना,
मस्ती में गाता रहता,तेरा ही तराना,
जहाँ कहीं भी जाये,तेरे गुण गाता है।।(२)

 

तेरे प्रेमियों से करता,सदा मुलाकाते,
रास ना आती उसको,दुनिया की बाते,
झूठी दुनियादारी,से वो घबराता है।।(३)

 

“बिन्नू” की विनती ये,श्याम सुन लीजिये,
भक्तों से मिलते रहिये,ऐसी युक्ति कीजिये,
इन रत्नों से मिलकर,बड़ा आनन्द आता है।।(४)

 

सारे जीवन वो तो,फिर मौज उड़ाता है

 

।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम ही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
श्रीश्याम आशीर्वाद पोर्टल पर सभी मंदिर , भजन , भक्तो का जीवन परिचय, भक्तो के साक्षात्कार, प्रभु सुमिरन , ग्रन्थ व् अन्य कंटेंट को किसी न किसी ऑथेंटिकेटेड जानकारी व् व्यक्ति विशेष से लिया गया है या हमारे द्वारा पोर्टल पर विभिन्न माध्यम से प्राप्त किया गया है। कंटेंट पब्लिश करने में पूर्णतया सावधानी रखी गई है। श्री श्याम आशीर्वाद आपके द्वारा किसी भी पोस्ट में दिए गए सुझाव , बदलाव व् नए प्रस्ताव का सहृदय हार्दिक स्वागत करता है।

Leave a Comment