Kanha Meri Laaj Anmol Hai Tujhe To Pata Hoga Iska Kya Mol Hai
कान्हा मेरी लाज अनमोल है तुझे तो पता ही होगा इसका क्या मोल है
तर्ज-साथी तेरा..
कान्हा मेरी लाज,अनमोल है,
तेरे सिवा कौन इसे रखेगा श्याम,
तुझे तो पता ही होगा,इसका क्या मोल है।।
लाज गई तो कुछ भी ना रह जायेगा,
ये दुखियारा जीते जी मर जायेगा,
कान्हा अंधकार, घनघोर है।।(१)
एक सहारा सबको मिल ही जाता है,
पर मुझको तो वो भी नजर नही आता है,
कान्हा मेरे हाथ,कमजोर है।।(२)
इसका जौहरी और कहीं ना पाया हूँ,
“बनवारी” मैं पास तुम्हारे आया हूँ,
कान्हा तू बता,क्या मोल है।।(३)
तेरे सिवा कौन इसे रखेगा श्याम
।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम ही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
श्रीश्याम आशीर्वाद पोर्टल पर सभी मंदिर , भजन , भक्तो का जीवन परिचय, भक्तो के साक्षात्कार, प्रभु सुमिरन , ग्रन्थ व् अन्य कंटेंट को किसी न किसी ऑथेंटिकेटेड जानकारी व् व्यक्ति विशेष से लिया गया है या हमारे द्वारा पोर्टल पर विभिन्न माध्यम से प्राप्त किया गया है। कंटेंट पब्लिश करने में पूर्णतया सावधानी रखी गई है। श्री श्याम आशीर्वाद आपके द्वारा किसी भी पोस्ट में दिए गए सुझाव , बदलाव व् नए प्रस्ताव का सहृदय हार्दिक स्वागत करता है।