म्हारै चाव घणेरो लाग्यो रे आँखडल्या क बीच बाबो श्याम छाग्यो रे (Mahare Chaav Ghanero Laago Re Aankha Ke Bich Babo Shyam Chago Re)

Mahare Chaav Ghanero Laago Re Aankha Ke Bich Babo Shyam Chago Re
म्हारै चाव घणेरो लाग्यो रे आँखडल्या क बीच बाबो श्याम छाग्यो रे

 

तर्ज – ढोला ढोल मजीरा बाज रे

 

म्हारै चाव घणेरो लाग्यो रे।
आँखडल्या क बीच बाबो श्याम छाग्यो रे।।

 

आयो फागण खाटू जावण होग्या म्हें तैयार,
श्याम ध्वजा फहराया जांकी शोभा अपरम्पार,
सारो नगर देखबा आग्यो रे।।(१)

 

नाच कूदता,भजन सुनाता गाता और बजाता,
चाल पड्या म्हें खाटू नगरी जयजयकार लगाता,
म्हारै रंग श्याम को छाग्यो रे।।(२)

 

ढोलक संग मजीरा बाजै मन म उठै हिलौर,
छम छम बाजै पायल म्हारी नाचै मनड़ो मोर,
यो चित्तचोर काळजै भाग्यो रे।।(३)

 

श्याम मंडल की शान बढ़ाने भक्तां रो सिरदार,
सागै चाल्यो मोरछड़ी ले हो लीलै असवार,
‘बासु’ “बिन्नू” क मन भाग्यो रे।।(४)

 

आँखडल्या क बीच बाबो श्याम छाग्यो रे

 

।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम ही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
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