Naache Sevakiya Babe Ka Babo Shyam Nachave Re
नाचे सेवकिया बाबे का बाबो श्याम नचावे है
तर्ज – धमाल
नाचे सेवकिया बाबे का , बाबो श्याम नचावे है।।
श्याम धणी को उत्सव आयो मन में आनंद छायो है
लीले चढ़कर सेठ सांवरो म्हारे आंगन आयो है
सिंहासन पर बैठयो बैठ्यो यो मुस्कावे है।।
बुड्ढा बालक नर और नारी दोडया दोडया आय रया
श्याम धनी की जय जय बोल चरणा शीश नवाय रया
प्रेम भाव से श्याम धनी की ज्योत जगाव है।।
कितना खुश है छतरधारी देखो आंख उठाकर के
मिल जावगो आज मांगल्यो थे झोली फैलाकर के
दोनों हाथां आज श्याम भंडार लूटावे है
झूम झूम कर नाचे सेवक झूम उठया नर नारी है
मस्ती माही आज झुमतो दिखे श्याम बिहारी है
सिंहासन मैं छोड़ के आजा क्यु शरमावे है।।
श्याम मंडल की या है विनती सदा नाचतो रहीये तू
हाथ जोड़कर बिन्नू बोले भूल कर दे मत जाइए तू
झूठा ये संसार तू सच्चो यार कुहावे है