O Darji Simde Nishan Mane Khatu Jano Se
ओ दर्जी सीमदे निशान मनै खाटू जाणो सै
खाटू वाले श्याम धणी से हेत पुराणो सै I
ओ दर्जी सीमदे निशान, मनै खाटू जाणो सै II
कितणो मीटर कपड़ो लाऊँ, कुण सो लाऊँ रंग
लहरावै जब आसमान में, दुनिया हो जा दंग
बोल दर्जी बोल मनै के-के-लाणौ सै
ओ दर्जी ……………………..।।1।।
लाम्बी लाम्बी लाठी माहीं, बाबा को निशान
बिन बोलै ही समझे दुनियां, कर दे इक पहचान
झंडे ऊपर मनै जय श्री श्याम लिखानौ सै
ओ दर्जी ……………………..।।2।।
हाथ जोड़ के बोलूँ दर्जी, दिखा तेरी चतुराई
‘बनवारी’ जो भी मांगेगा दूंगा तनै सिमाई
आयो फाल्गुन मेलो मनै श्याम रिझाणै स
ओ दर्जी ……………………..।।3।।
मेरे मन में प्रेम जाग गयौ मैं भी खाटू जाऊँ
घर काणं सागै ले जा कै एक निशान चढ़ाऊँ
श्याम धणी सै मनै भी एक काम पटानौ से,
ओ सेवक ले ले तेरे साथ, मनै खाटू जानो सै
ओ दर्जी ……………………..।।4।।