Pata Nhi Kaise Lag Jati Hai Khabar Shyam Chale Aate Hai Premiyo Ke Ghar
पता नहीं कैसे लग जाती है खबर श्याम चले आते हैं प्रेमियों के घर
तर्ज – अच्छा सिला दिया तूने
पता नहीं कैसे लग जाती है खबर,
श्याम चले आते हैं, प्रेमियों के घर ।।
प्रेमियों का घर श्याम छोड़ते नहीं,
प्रेमियों का दिल श्याम तोड़ते नहीं,
प्रेमियों को ढूँढती है इनकी नजर ।
श्याम चले आते हैं, प्रेमियों के घर ।।
दुनिया में ऐसा नहीं यार दिलदार,
प्यार करो बदले में देता है प्यार,
साँवरे पे होते देखा प्रेम का असर ।
श्याम चले आते हैं, प्रेमियों के घर ।।
ढूँढ लिया खोज लिया सारा जहाँ,
प्रेमियों के घर मिले कदमों के निशां,
‘बनवारी’ भटको ना इधर-उधर ।
श्याम चले आते हैं, प्रेमियों के घर ।।
श्री जयशंकर चौधरी ‘बनवारी’ द्वारा ‘अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का’ गीत की तर्ज़ पर रचित सर्वप्रिय रचना ।