Tere Janam Ka Utsav Baba Milke Manaye Aaj
तेरे जनम का उत्सव बाबा मिलके मनाएं आज
तर्ज – सुनकर के अरदास
तेरे जनम का उत्सव बाबा,मिलके मनाएं आज
मुबारक बेला है,खुशी का रेला है।।
भांत भांत के फूल मंगाकर,ये दरबार सजाया,
चॉकलेट और गुब्बारों से,रंग अनोखा छाया,
भक्तों पर मस्ती अलबेली,नाचे गावे आज।।(१)
बर्बरीक बल के अधिकारी,लीला तेरी न्यारी,
तीन बाण कांधे पर सोहे,लीले की असवारी,
धर्म परायण धर्म के रक्षक,धर्म के हो सरताज।।(२)
दीन दुखी पर दया दिखाना,श्याम आपको आवे,
निर्बल को बल,निर्धन को धन,आप लुटाते जांवे,
कोई भी तेरे द्वार से भगवन,गया ना खाली हाथ।।(३)
शुभ अवसर पर बाबा तुमसे,इतनी अरज हमारी,
पग पग पर गलती करने की,आदत श्याम हमारी,
“नन्दू” भूल भूला कर बाबा,रखना सर पर हाथ।।(४)
मुबारक बेला है,खुशी का रेला है