Tumhare Dar Pe Aaye Hai Prabhu Kuch Baat Karni Hai
तुम्हारे दर पे आये हैं प्रभु कुछ बात करनी है
तर्ज – खिलौना जानकर तुम तो
तुम्हारे दर पे आये हैं, प्रभु कुछ बात करनी है,
जरा सा पास तो बैठो, प्रभु कुछ बात करनी है ।।
तरसता आ रहा हूँ मैं, मुझे ना और तरसाओ,
हमारा हाथ पकड़ो ना, दया करके तरस खाओ,
बड़े मजबूर हैं देखो, प्रभु कुछ बात करनी है ।।
तुम्हारे दर पे आये हैं, प्रभु कुछ…
तुम्हारी बेरूखी से दिल मेरा, चुपचाप रोता है,
हमारे हाल पे थोड़ा सा, दुःख तुमको ना होता है,
नहीं मुमकिन है यूँ जीना, प्रभु कुछ बात करनी है
तुम्हारे दर पे आये हैं, प्रभु कुछ…
तुम्हारे सामने बैठे हैं, मेरा फैसला करदो,
शिकायत है अगर कोई, हमको बेझिझक कहदो,
झुकाये सिर को बैठे हैं, प्रभु कुछ बात करनी है ।।
तुम्हारे दर पे आये हैं, प्रभु कुछ…
श्री पंकज अग्रवाल द्वारा ‘खिलौना जानकर तुम तो, मेरा दिल तोड़ जाते हो’ गीत की तर्ज़ पर आधारित भावपूर्ण रचना ।