बैठा सिंहासन पे जँच करके श्याम बाबा के दर्शन से मन हरखे (Baitha Shinghasan Pe Jach Kar Ke Shyam Baba Ke Darshan Se Man Harke)

Baitha Shinghasan Pe Jach Kar Ke Shyam Baba Ke Darshan Se Man Harke
बैठा सिंहासन पे जँच करके श्याम बाबा के दर्शन से मन हरखे

 

तर्ज – सपने सुहाने लड़कपन के

 

|| दोहा ||
क्या बरणूं छवि आपकी, भले बने हो नाथ ।
लीले की असवारी सोहे, मोर छड़ी है हाथ ।।

 

बैठा सिंहासन पे जँच करके 
श्याम बाबा के दर्शन से मन हरखे ।। टेर ।।

 

किस्मत से शुभ दिन आया, श्याम बाबा ने हमको बुलाया 
कैसा प्यारा सा जलवा दिखाया, हमें आनन्द मिला है सवाया 
आज दर्शन करेंगे हम जी भरके, श्याम बाबा के… ।। û ।। 

 

मेरा श्याम बड़ा रंगीला, र्कोइ  जाने क्या इसकी लीला 
कभी लगता है ये शर्मीला, कभी बन जाता है ये हठीला 
रूप हजारों हैं प्रभु वर के, श्याम बाबा के… ।। ü ।। 

 

आओ आओ दीवानो आओ, मिलने के बहाने आओ 
श्याम प्यारे से नजरें मिलाओ, इस मौके का लाभ उठाआे 
ये तो मिलता है प्रेमी से हँस करके, श्याम बाबा के… ।। ý ।।

 

अपने दिल की हकीकत सुनाने, ‘बिन्नूं’ आया है इसको रिझाने
आँसू का मोल ये जाने, भावों को श्याम पहचाने
मेरी होती सुनाई  है इस दर पे, श्याम बाबा के… ।। þ ।।

 

।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम ही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
श्रीश्याम आशीर्वाद पोर्टल पर सभी मंदिर , भजन , भक्तो का जीवन परिचय, भक्तो के साक्षात्कार, प्रभु सुमिरन , ग्रन्थ व् अन्य कंटेंट को किसी न किसी ऑथेंटिकेटेड जानकारी व् व्यक्ति विशेष से लिया गया है या हमारे द्वारा पोर्टल पर विभिन्न माध्यम से प्राप्त किया गया है। कंटेंट पब्लिश करने में पूर्णतया सावधानी रखी गई है। श्री श्याम आशीर्वाद आपके द्वारा किसी भी पोस्ट में दिए गए सुझाव , बदलाव व् नए प्रस्ताव का सहृदय हार्दिक स्वागत करता है।

Leave a Comment