Mandir Me Rehate Ho Bhagwan Kabhi Bahar Bhi Aaya Jaya Karo Main Roj Tere Dar Par Aata Hu Kabhi Mere Ghar Bhi Aaya Karo
मन्दिर मे रहते हो भगवन कभी बाहर भी आया जाया करो मैं रोज़ तेरे दर आता हूँ कभी तुम भी मेरे घर आया करो
मन्दिर मे रहते हो भगवन ,कभी बाहर भी आया जाया करो
मैं रोज़ तेरे दर आता हूँ ,कभी तुम भी मेरे घर आया करो
मै तेरे दर का जोगी हूँ ,हुआ तेरे बिना वियोगी हूँ
तेरी याद मे आसूं बहते हैं ,इतना ना मुझे तडपाया करो
मैं रोज़ तेरे दर आता हूँ ,कभी तुम भी मेरे घर आया करो
मन्दिर मे रहते हो भगवन
आते क्यों मेरे नजदीक नहीं ,इतना तो सताना ठीक नहीं
मैं दिल से तुमको चाहता हूँ ,कभी तुम भी मुझे अपनाया करो
मैं रोज़ तेरे दर आता हूँ ,कभी तुम भी मेरे घर आया करो
मन्दिर मे रहते हो भगवन
मैं दीन हूँ, दीनानाथ हो तुम ,सुख़ दुःख मे सब के साथ हो तुम
मिलने की चाह खामोश करें ,कभी तुम भी मिला-मिलाया करो
मैं रोज़ तेरे दर आता हूँ ,कभी तुम भी मेरे घर आया करो
मन्दिर मे रहते हो भगवन ,कभी बाहर भी आया जाया करो
।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम ही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
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