Rutho Na Ghanshyam Purani Yaari Hai Teri Meri Prem Ki Rishte Daari Hai
रूठो ना घनश्याम पुरानी यारी है तेरी मेरी प्रेम की रिश्तेदारी है
तर्ज- दुल्हे का सेहरा
रूठो ना घनश्याम पुरानी यारी है,
तेरी मेरी प्रेम की रिश्तेदारी है ।
बिन तेरे जीवन अधुरा है मेरा,
हरी भरी तुझसे मेरी फुलवारी है ।।
एक पल भी बिन तुम्हारे रह नहीं सकता,
मेरा दिल तेरी जुदाई सह नहीं सकता,
जानते हो दिल की ये बीमारी है ।।1।।
देखते टेढ़ी नजर से ऐसा लगता है,
तेरे गुस्से मे भी बन्धु प्यार झलकता है,
मुस्कुरा दो ऐसी क्या लाचारी है ।।2।।
गलतियाँ मुझसे जो होती भूल जाते हो,
छोटी छोटी बातो पे तुम रूठ जाते हो,
मै कहता हूँ ये तेरी रंगदारी है ।।3।।
मै तुझे देखूँ कन्हैया तुं भी मुझको देख,
एक दूजे को निहारे हम भी हो जाये एक,
मै “बिन्नू” हूँ तूँ मेरा बनवारी है ।।4।।
तेरी मेरी प्रेम की रिश्तेदारी है
।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम ही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
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