Shyamdhani Ke Haathon Mein Bhagto Ki Dor Kisi Ko Kheenche Dheere Aur Kisi Ko Kheenche Zor
श्यामधणी के हाथों में भगतों की डोर किसी को खींचे धीरे और किसी को खींचे जोर
भजन लिरिक्स Bhajan Lyrics
तर्ज – सावन का महीना
श्यामधणी के हाथों,
में भगतों की डोर,
किसी को खींचे धीरे,
और किसी को खींचे जोर ।।
मर्ज़ी है इसकी हमको, जैसे नचाये,
जितनी जरूरत उतना, जोर लगाये,
ये चाहे जितनी खींचे,
हम काहे मचायें शोर ।
किसी को खींचे धीरे,
और किसी को खींचे जोर ।।
श्यामधणी के जब से, हम हो गये हैं,
ग़म जिन्दगानी के, कम हो गये हैं,
हम बँधे श्याम की डोरी,
और नाचें जैसे मोर ।
किसी को खींचे धीरे,
और किसी को खींचे जोर ।।
खींच-खींच डोरी इसने, सम्हाला ना होता,
हमको मुसीबत से, निकाला ना होता,
ये चाहे जितना खींचे,
ना खिंचते इसकी ओर ।
किसी को खींचे धीरे,
और किसी को खींचे जोर ।।
‘बनवारी’ टूटे कैसे, भगतों से नाता,
डोर में लगा है इसकी, मुहब्बत का धागा,
तूं रख बाबा पे भरोसा,
ये डोर नहीं कमजोर ।
किसी को खींचे धीरे,
और किसी को खींचे जोर ।।
श्री जयशंकर चौधरी ‘बनवारी’ द्वारा ‘सावन का महीना, पवन करे शोर’ गीत की तर्ज़ पर रचित भावपूर्ण रचना ।
Tarj – Sawan Ka Mahina
Shyamdhani Ke Haathon,
Mein Bhagto Ki Dor,
Kisi Ko Kheenche Dheere,
Aur Kisi Ko Kheenche Zor.
Marzi Hai Iski Humko, Jaise Nachaye,
Jitni Zarurat Utna, Zor Lagaye,
Ye Chahe Jitni Kheenche,
Hum Kahe Machaye Shor.
Kisi Ko Kheenche Dheere,
Aur Kisi Ko Kheenche Zor.
Shyamdhani Ke Jab Se, Hum Ho Gaye Hain,
Gam Zindgani Ke, Kam Ho Gaye Hain,
Hum Bandhe Shyam Ki Dori,
Aur Nache Jaise Mor.
Kisi Ko Kheenche Dheere,
Aur Kisi Ko Kheenche Zor.
Kheenche-Kheenche Dori Isne, Samhala Na Hota,
Humko Museebat Se, Nikala Na Hota,
Ye Chahe Jitna Kheenche,
Na Khinchte Iski Or.
Kisi Ko Kheenche Dheere,
Aur Kisi Ko Kheenche Zor.
‘Banwari’ Toote Kaise, Bhagto Se Naata,
Dor Mein Laga Hai Iski, Muhabbat Ka Dhaaga,
Tuun Rakh Baba Pe Bharosa,
Ye Dor Nahi Kamzor.
Kisi Ko Kheenche Dheere,
Aur Kisi Ko Kheenche Zor.
Shri Jayashankar Chaudhary ‘Banwari’ Dwara ‘Sawan Ka Mahina, Pawan Kare Shor’ Geet Ki Tarz Par Rachit Bhaavpurn Rachna.
।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम ही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
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