तेरी चौखट पे ओ बाबा जिन्दगी सजने लगी (Teri Choukhat Pe Baba Jindagi Sajne Lagi)

Teri Choukhat Pe Baba Jindagi Sajne Lagi
तेरी चौखट पे ओ बाबा जिन्दगी सजने लगी

 

तर्ज – साँवली सूरत पे मोहन

 

तेरी चौखट पे ओ बाबा, जिन्दगी सजने लगी,
जिन्दगी सजने लगी, जिन्दगी सजने लगी ।।

 

जो भी तेरे दर पे आया, कुछ ना कुछ लेके गया,
हौले-हौले ही सही पर, जिन्दगी सजने लगी ।।
तेरी चौखट पे ओ बाबा……

 

ढूंढ आया सारे जग में, देव तुमसा ना मिला,
तेरा दरवाजा खुला और, जिन्दगी सजने लगी ।।
तेरी चौखट पे ओ बाबा……

 

तूं मुहूरत तूं ही तीरथ, तूं ही सबकुछ है मेरा,
हाथ मेरा तुमने थामा, जिन्दगी सजने लगी ।।
तेरी चौखट पे ओ बाबा……

 

तेरी नजरें ओ कन्हैया, हमपे तूं रखना सदा,
छोटी सी ख्वाहिश ही मेरी, जिन्दगी सजने लगी ।।
तेरी चौखट पे ओ बाबा……

 

श्री पंकज अग्रवाल (बड़ोदा) द्वारा ‘साँवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया’ भजन की तर्ज़ पर रचित अनुपम रचना ।

 

।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम ही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
श्रीश्याम आशीर्वाद पोर्टल पर सभी मंदिर , भजन , भक्तो का जीवन परिचय, भक्तो के साक्षात्कार, प्रभु सुमिरन , ग्रन्थ व् अन्य कंटेंट को किसी न किसी ऑथेंटिकेटेड जानकारी व् व्यक्ति विशेष से लिया गया है या हमारे द्वारा पोर्टल पर विभिन्न माध्यम से प्राप्त किया गया है। कंटेंट पब्लिश करने में पूर्णतया सावधानी रखी गई है। श्री श्याम आशीर्वाद आपके द्वारा किसी भी पोस्ट में दिए गए सुझाव , बदलाव व् नए प्रस्ताव का सहृदय हार्दिक स्वागत करता है।

Leave a Comment