Aata Rahu Gaata Rahu Shyam Tumhe Main Rijhata Rahu
आता रहूँ गाता रहूँ श्याम तुम्हें मैं रिझाता रहूँ
तर्ज – जीना यहाँ मरना यहाँ
आता रहूँ गाता रहूँ, श्याम तुम्हें मैं रिझाता रहूँ
मेरे इस दिल की तम्मना है ये देखुँ तुझे मुस्कुराता रहूँ ।। टेर ।।
दाता तेरे दरबार में हर पल ही खुशियों की भरमार है
मन को मेरे भाता है तूँ मुझको सदा तेरी दरकार है
सुनता है तूँ मन की मेरी, तुझकाे मैं आके सुनाता रहूँ ।। û ।।
तेरे बिना मैं कुछ भी नहीं पहचान मेरी है तुझसे प्रभु
तूने किये हैं उपकार जो अहसान तेरे हैं मुझपे प्रभु
मालिक मेरे महाजन मेरे, चरणों में सर को झुकाता रहूँ ।। ü ।।
पथ में तेरे जाे प्रेमी मिले अपनाें से बढ़कर वाे अपने लगे
देखुँ जिध्र लगता है यूँ सारे के सारे मेरे हैं सगे
‘बिन्नु’ को जाे तूँ दे रहा, वो भाव इनमें लुटाता रहूँ ।। ý ।।