Diwane Mujhe Le Chal Khatu Dhaam
दीवाने मुझे ले चल खाटू धाम
तर्ज – कन्हैया ले चल परली पार
जहाँ बिराजे शीश का दानी,
मेरा बाबा श्याम,
दीवाने मुझे ले चल खाटू धाम ।।
तन-मन-धन सब इनके अर्पण,
जीवन भी है इनके समर्पण,
नित्य करूँ मैं इनका अर्चन,
मनमंदिर में छवि निरखूँ मैं,
इनकी आठों याम ।।
दीवाने मुझे ले चल खाटूधाम…..
श्याम हमारे भोले-भाले,
अपने भगतों के रखवाले,
खोले बंद किस्मत के ताले,
ऐसे देव दयालु के,
चरणों में मेरा प्रणाम ।।
दीवाने मुझे ले चल खाटूधाम…..
श्याम भरोसा – श्याम सहारा,
जीवन नाव का खेवनहारा,
भगतों की आँखों का तारा,
चौखट पर बस टेक लो माथा,
बनेंगे बिगड़े काम ।।
दीवाने मुझे ले चल खाटूधाम…..
श्याम वरण पर गोरे मन के,
दानवीर महाभारत रण के,
श्याम सहारे हैं जन-जन के,
श्यामसुन्दर जीवन धन मेरे,
आन-बान और शान ।।
दीवाने मुझे ले चल खाटूधाम…..