जब से शरण में आया मेरा काम हो गया (Jab Se Sharan Me Aaya Mera Kaam Ho Gaya)

Jab Se Sharan Me Aaya Mera Kaam Ho Gaya
जब से शरण में आया मेरा काम हो गया
तर्ज – छुप गए सारे नजारे 

 

जब से शरण में आया ,  मेरा काम हो गया
तेरे प्रेमी जनों में , मेरा नाम हो गया
मिट गई सब तकलीफ़े , अब आराम हो गया
तेरे प्रेमी जनों में , मेरा नाम हो गया

 

तुमने बुलाया ,  तो मैं , चला आया
मैं खुद से , नहीं , श्याम आया
जाना प्रेमी के संग तो , एक बहाना था
मुझ पर कृपा , तुम्हें तो , बरसाना था
अब खाटू आना जाना तो , मेरा आम हो गया
तेरे प्रेमी जनों में , मेरा नाम हो गया

 

प्रेम जताया ये प्रेम सिखाया
तो प्रेम निभाना पड़ेगा
अब तो मुझसे भी थोड़ी प्यारी बातें कर ले
चाहे छोटी बड़ी हो मुलाकातें कर ले
पहले मैं गुल था अब तो गुलफाम हो गया
तेरे प्रेमी जनों में मेरा नाम हो गया

 

अपना बना के भुला नहीं देना
मैं तेरा हूं तेरा रहूंगा
अपने निर्मल को बाबा अपने पास रखना
राह भटके कभी तो ध्यान खास रखना
 मेरे मन मंदिर में तेरा धाम हो गया
तेरे प्रेमी जनों में मेरा नाम हो गया

 

।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम यही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
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