Jabse Mila Hai Tu Khatuwale Mujhko Mera Thikana Mila
जबसे मिला है तू खाटू वाले मुझको मेरा ठिकाना मिला
तर्ज – बड़े बेवफा है हुस्नवाले
जबसे मिला है तू खाटू वाले
मुझको मेरा ठिकाना मिला
अब ना कमी कोई लीलेवाले
भटके को आशियाना मिला ….
जब से मिला …
मिट गई थी मेरी जीने की आरजू
गम के साये हटे तुम हुए रूबरू
कैसे तेरा करूं मैं अदा शुक्रिया
बेरंग ख्वाबों को रंग डाले
मुझको तेरा फ़साना मिला …
जब से मिला…
दूर थी मंजिलें थे खफा रास्ते
अपने क्या गैर क्या मतलबी यार थे
थामा तूने यह दामन मेरे सांवरे
हैरान है बाबा दुनिया वाले
साथ तेरा सुहाना मिला ….
जब से मिला…
दीप है यह मेरी ज्योति तू सांवरे
भटका हूं सिंधु में मोती तू सांवरे
तू मिला सब मिला और चाहूं मैं क्या
निर्मल की बगिया के रखवाले
तेरे दर आना-जाना मिला …
जब से मिला…