Aaj Sunai Karni Padsi Choti Si Ardas Hai
आज सुनाई करनी पड़सी छोटी सी अरदास है
तर्ज-थाली भरकर ल्याई खीचड़ो
आज सुनाई करनी पड़सी,छोटी सी अरदास है,
भोत घनेरी आश लगाकर,आयो तेरो दास है।।
लखदातार कुहाव बाबो, खाली झोली भर देव,
दीन दुखी दरवाज आव,सारा संकट हर लेव,
जो भी आव तेर द्वार पर, जाव नहीं निराशा है।।(१)
बार बार तेरी चौखट पर,आश लगाकर आऊँ मैं,
छोड़ तेरो दरबार साँवरा,की क दर पर जाऊँ मैं,
एक बर हँस कर देख ले दाता, मनडो भोत उदास है।।(२)
द्वार दया का खोल साँवरा,क्यूँ तु आँख चुराव है,
सोया भाग्य जगा दे दाता, क्यूँ इतनो तरसाव है,
मेरी किस्मत की चाभी तो,बाबा तेर पास है।।(३)
रोतां न तु सदा हँसाव, तेरी बाण पुरानी है,
“बिन्नू” की उलझी गाठ्यां भी,श्याम तन्न सुलझानी है,
इब तो संकट कट जावगा, मन म यो विश्वास है।।(४)
भोत घनेरी आश लगाकर,आयो तेरो दास है
।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम यही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
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