आये हैं तेरे दर पे हम ऐतबार करके (Aaye Hai Tere Dar Pe Hum Aitbaar Kar Ke)

Aaye Hai Tere Dar Pe Hum Aitbaar Kar Ke
आये हैं तेरे दर पे हम ऐतबार करके

 

|| दोहा ||

 

|| शिव समान दाता नहीं विपत विडारण हार ||
|| लज्जा सबकी राखियो शिव नन्दी के असवार ||

 

तर्ज – आए हो मेरी जिन्दगी में

 

आये हैं तेरे दर पे हम ऐतबार करके
हमें ऐसा प्यार देना-2 अमृत की धर बनके ।। टेर ।।

 

हमने सुना है भोले, दानी है नाम तेरा
जो आया माँगने को, खाली उसे न पफेरा
हम आज लेके जायेंगे, खाली झोली भरके ।।

 

पाया है मुद्दतों से, बाबा तेरा ठिकाना
नजरें दया की खोलों, करना नहीं बहाना
दर्शन करेंगे तेरा, दिल में उमंग भरके ।।

 

कैलाश के निवासी, मुक्ति है धाम तेरा
भटके हुए हैं बाबा, काटो जनम का फेरा
भक्ति का दान दे दो, प्रभु सर पे हाथ धर के ।।

 

आना ही होगा एक दिन, दुनियाँ को छोड़करके
थक जायेगा ये ‘रामा’, कहीं इन्तजार करके
आकर के थाम लेना, सरकार मेरे बनके ।।

 

।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम यही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
श्रीश्याम आशीर्वाद पोर्टल पर सभी मंदिर , भजन , भक्तो का जीवन परिचय, भक्तो के साक्षात्कार, प्रभु सुमिरन , ग्रन्थ व् अन्य कंटेंट को किसी न किसी ऑथेंटिकेटेड जानकारी व् व्यक्ति विशेष से लिया गया है या हमारे द्वारा पोर्टल पर विभिन्न माध्यम से प्राप्त किया गया है। कंटेंट पब्लिश करने में पूर्णतया सावधानी रखी गई है। श्री श्याम आशीर्वाद आपके द्वारा किसी भी पोस्ट में दिए गए सुझाव , बदलाव व् नए प्रस्ताव का सहृदय हार्दिक स्वागत करता है।

Leave a Comment