बैठ्यो बैठ्यो बाबा निहारूँ थारी और टाबरिये पे दाता करोगा कद गौर (Baitho Baitho Baba Niharu Thari Or Tabariya Pe Data Karoga Kad Gor)

Baitho Baitho Baba Niharu Thari Or Tabariya Pe Data Karoga Kad Gor
बैठ्यो बैठ्यो बाबा निहारूँ थारी और टाबरिये पे दाता करोगा कद गौर

 

तर्ज – सावन का महीना पवन करे

 

बैठ्यो बैठ्यो बाबा निहारूँ थारी और,
टाबरिये पे दाता,करोगा कद गौर। 

 

युक्ति कन्हैया कोई समझ न आवे,
दुःखड़े की मारया आँख्या,आँसू ढलकाव,
चारुँ और है दीखै,घटाएं घनघोर।।(१)

 

जीवन नैया म्हारी थारै है हवाले,
कोई न दूजो दाता,ई न सम्भाले,
मझधारा में नैया,है तुफाना रो जोर।।(२)

 

संकट बड़ो है बाबा,ई स उबारो,
दुर्बल हां म्हाने, दीज्यो सहारो,
थे ही हो कन्हैया,म्हारै मनडे रो मोर।।(३)

 

म्हाने कन्हैया एक आस तिहारी,
थे ही हरौला सारी,विपदा न म्हारी,
“कैलाश” थारै आगे,खड्यो है कर जोड़।।(४)

 

टाबरिये पे दाता,करोगा कद गौर

 

।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम ही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
श्रीश्याम आशीर्वाद पोर्टल पर सभी मंदिर , भजन , भक्तो का जीवन परिचय, भक्तो के साक्षात्कार, प्रभु सुमिरन , ग्रन्थ व् अन्य कंटेंट को किसी न किसी ऑथेंटिकेटेड जानकारी व् व्यक्ति विशेष से लिया गया है या हमारे द्वारा पोर्टल पर विभिन्न माध्यम से प्राप्त किया गया है। कंटेंट पब्लिश करने में पूर्णतया सावधानी रखी गई है। श्री श्याम आशीर्वाद आपके द्वारा किसी भी पोस्ट में दिए गए सुझाव , बदलाव व् नए प्रस्ताव का सहृदय हार्दिक स्वागत करता है।

Leave a Comment