Bhakti Aur Shakti Ka Daata Ram Charan Se Jinka Naata Mahara Bajrang Bali
भक्ति और शक्ति का दाता राम चरण से जिनका नाता म्हारा बजरंगबली म्हारा बजरंगबली
तर्ज – नदिया चले चले रे धारा
भक्ति और शक्ति का दाता,
राम चरण से जिनका नाता,
म्हारा बजरंगबली, म्हारा बजरंगबली ।।
राम बिना जिनको कुछ भी ना भाये,
राम में हरदम जो ध्यान लगाये,
राम करे जो भी बजरंग कराये,
पर ना कभी दिल मे, अभिमान लाये ।।
म्हारा बजरंबली, म्हारा बजरंगबली …..
जिनके हो सिर पर प्रभु कर हमेशा,
ऐसा ना सेवक अभी तक है देखा,
प्राण ना प्यारे प्रभु जिनको प्यारे,
ऐसे ही हैं वो पवन के दुलारे ।।
म्हारा बजरंबली, म्हारा बजरंगबली …..
रावण को ललकारा लंका में जाके,
लक्ष्मण बचाये ये पर्वत उठाके,
राम भी जिनको भरत सम बताये,
काल भी जिनसे है आँखें चुराये ।।
म्हारा बजरंबली, म्हारा बजरंगबली …..
राम की भक्ति का मारग बता दो,
बाधा अनेकों उन्हें तुम हटा दो,
राम से कैसे मिलन हो हमारा,
‘श्याम’ कहे करदो कारज हमारा ।।
म्हारा बजरंबली, म्हारा बजरंगबली …..
‘नदिया चले, चले रे धारा’ गीत की तर्ज़ पर स्व. श्यामसुन्दर जी शर्मा ‘पालम वालों’ द्वारा रचित हनुमत वन्दना ।