Bhaya Shyam Sharan Me Aao Re Sache Man Se Shyam Dhani Se Het Lagao Re
भाया श्याम शरण म आओ रे सच्च मन स श्याम धणी स हेत लगाओ रे
तर्ज – ढोला ढोल मजीरा
भाया श्याम शरण म आओ रे
सच्च मन स श्याम धणी स हेत लगाओ रे।।
छोटी सी या मिली जिंदगी,वक़्त गुजरतो जाव,
नादानी म दिन जो बीत्या,लौट कदै ना आव,
मतना जग म धक्का खाओ रे।।(१)
यो जीवन अनमोल घणेरो,मत करियो बर्बाद,
धन माया को गर्व न करियो,झूठो है उन्माद,
क्यूँ थे झूठा शोर मचाओ रे।।(२)
बीत गई सो बात गई थे,इब तो होश म आओ,
श्याम नाम का सुमिरन करल्यो,मन म श्याम रिझाओ,
ईं स नित की प्रेम बढ़ाओ रे।।(३)
“बिन्नू” की अर्जी है सब स,मानो या मत मानो,
जाकर क देखो मिल जासी,चरणां मांय ठिकानो,
भाया एक बार तो आजमाओ रे।।(४)
सच्च मन स श्याम धणी स हेत लगाओ रे