क्यूँ रुस्या हो बाबा आँख्यां खोलो तो सही (Kyu Rushiyan Ho Baba Ankhaya Kholo To Sahi)

Bolo To Sahi Kyu Rushiyan Ho Baba Ankhaya Kholo To Sahi
क्यूँ रुस्या हो बाबा आँख्यां खोलो तो सही

 

तर्ज – मैं ना भूलूँगा

 

बोलो तो सही, कुछ तो बोलो तो सही,
क्यूँ रुस्या हो बाबा, आँख्यां खोलो तो सही ।।

 

आसरो थारो है, भरोसो थारो है,
जो कुछ भी म्हारो है, वो सबकुछ थारो है,
टाबरिया कै कानी मुख नै, मोड़ो तो सही ।।
बोलो तो सही, बोलो तो सही ……..

 

या अर्जी म्हारी है, पर मर्जी थारी है,
थारै सैं सांवरिया, पुराणी यारी है,
ज्यादा कोनी माँगूं थोड़ो, देवो तो सही ।।
बोलो तो सही, बोलो तो सही ……..

 

रूस कर साँवरिया, कठे थे जाओला,
यो म्हानै बेरो है, थे रह नहीं पाओला,
‘शुभम-रूपम’ को रिश्तों थांसै, जोड़ो तो सही ।।
बोलो तो सही, बोलो तो सही

 

।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम यही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
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