पितरां की ज्योत सवाई जी पितरां की (Pitra Ki Jot Sawai Ji Pitra Ki)
Pitra Ki Jot Sawai Ji Pitra Ki पितरां की ज्योत सवाई जी पितरां की तर्ज-खाटू को श्याम रंगीलो रे पितरां की ज्योत सवाई जी पितरां की ज्योत सवाई आँ की घणी सकलाई म्हें तो मिल कर महिमा गाई जी,पितरां की।। कुल का देव या कुल का रक्षक, चरणां मांय झुकाल्यो मस्तक, थे … Read more