Gajanand Padharo Utsav To Aayo Baba Shyam Ko
गणराज पधारो उत्सव तो आयो बाबो श्याम को
तर्ज-म्हारी चन्द्र गवरजा
गणराज पधारो,उत्सव तो
आयो बाबो श्याम को ।।
श्याम धणी को उत्सव आयो,
मन म भोत उमंग,
राग रागनी फूटण लागी,
बाजण लाग्या चंग,जी ।। (१)
उत्सव की शोभा थार सं,
सब स पहल्यां आज्यो,
सब देवां क साथ गजानन्द,
अपनों रंग जमाज्यो,जी।।(२)
थे आयां सब काज संवरज्या,
आनन्द होय अपार,
बेगा आज्यो भूल न जाज्यो,
थारी है दरकार, जी।।(३)
लाडुडाँ को भोग लगास्यां,
करां खातरी थारी,
थान्न भोत मजो आवगो,
बात मानल्यो म्हारी,जी।।(४)
ज्यूँ ज्यूँ उत्सव नीडै आव,
म्हारी उड़ज्या नींद,
सेवक परिवार का टाबरीयां न,
थां स घणी उम्मीद,जी ।।(५)
गणराज पधारो,उत्सव तो
आयो बाबा श्याम को ।।