Jai Jagdambe Jai Maa Ambe Aaya Tere Dwar Laaj Meri Rakh Lena
जय जगदम्बे जय माँ अम्बे आयो तेरै द्वार लाज मेरी रख लेना
तर्ज – गाडी वाले मन्नै बिठाले इक बर गाडी थाम
जय जगदम्बे जय माँ अम्बे, आयो तेरै द्वार,
लाज मेरी रख लेना ।
जय काली कलकत्ते वाली, होय सिंह असवार,
लाज मेरी रख लेना ।।
कामरूप में कामख्या, कलकत्ते में काली तूं,
मुम्बई में मुम्बा देवी, मात झुंझुनू वाली तूं,
दूर-दूर सें आंवै यात्री, करते जय-जयकार ।
लाज मेरी रख लेना ।।
चंडीगढ़ में माँ चण्डी, जामनगर में है ज्वाला,
रुद्राणी ब्रह्माणी तूं, घर-घर तेरा उजियाला,
खड्ग-खप्पर तेरे कर में साजे, है मंदिर गुलजार ।
लाज मेरी रख लेना ।।
अम्बाला में माँ अम्बा, वैष्णो वाली है मैया,
तारा अष्ठभुजा वाली, पार करो मेरी नैया,
मात भवानी देखै क्यूँ नहीं, सुणले करुण पुकार ।
लाज मेरी रख लेना ।।
गिरिजा गौरी अन्नपूर्णा, क्या-क्या तुमको बतलाऊँ,
रसना पर बासा किज्यो,आदिशक्ति तेरा गुण गाऊँ,
कहे आलूसिंह श्रीचरणां मं, सौंप दई पतवार ।
लाज मेरी रख लेना ।।