Khatu Me Jake Dekho Fagun Me Ke Mazo Hai
खाटू में देख जा के फागन में के मजो है
तर्ज – चूड़ी मजा न देगी कंगन मजा न
ज्योति में के मजो है , जागरण में के मजो है
खाटू में देख जा के , फागन में के मजो है ।।
दरबार सज रया है , सब साज बज रया है
हिल मिलकर भक्त सारा , श्री श्याम भज रया है
मस्ती में चूर हो के नाचण में के मजो है ।।ज्योति
कीर्तन प्रभु को गावे बाबा ने रीजावे
जाने कठे कठे से , लेकर निशान आवे
मंदिर शिखर के ऊपर , टागण में के मजो हैं ।।ज्योति
मलंग का कष्ट काटे बाबू कदे ना नाटे
खोलयो खड़यो खजानों , दिन रात खूब बांटे
मांगे बिना मिले तो , मांगण में के मजो है।। ज्योति
भर के अबीर झोली रंग केसर धनी है घोली
भक्तों के संग रसियो , खेले है श्याम होली
रंग श्याम को बिहारी , लगाण मे के मजो है