म्हारे सिर के उपर मोरछडी लेहरावन लागे (Mahare Sir Ke Upar Morchadi Lehravan Lage)

Mahare Sir Ke Upar Morchadi Lehravan Lage
म्हारे सिर के उपर मोरछडी लेहरावन लागे

 

तर्ज – मीठे रस सूँ भरोड़ी

 

म्हापे जद भी कोई मुसीबत कोई आवन लागे
म्हारे सिर के उपर मोरछडी लेहरावन लागे

 

जब जब गाडी खावे झटका मोरछड़ी का लागे फटका
अपने आप ही ये गाडी म्हारी भागन लागे
म्हारे सिर के उपर मोरछडी लेहरावन लागे

 

मोर छड़ी का देख्या रे जादू,
भूल गया मंत्र सयाना साधू
बेह भी झुक झुक झाड़ा लगवावन लागे
म्हारे सिर के उपर मोरछडी लेहरावन लागे

 

हो गये दीवाना मैं तो मोर की छड़ी का
कुन कोनेया बोलू मैं तो श्याम धनी का
भगता खातिर नया नया रस्ता काडन लागे
म्हारे सिर के उपर मोरछडी लेहरावन लागे

 

जे के घर में मोर की छड़ी है
बनवारी किस्मत बहुत बड़ी है,
झाडो देवन ताही श्याम धर आवन लागे
म्हारे सिर के उपर मोरछडी लेहरावन लागे

 

।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम यही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
श्रीश्याम आशीर्वाद पोर्टल पर सभी मंदिर , भजन , भक्तो का जीवन परिचय, भक्तो के साक्षात्कार, प्रभु सुमिरन , ग्रन्थ व् अन्य कंटेंट को किसी न किसी ऑथेंटिकेटेड जानकारी व् व्यक्ति विशेष से लिया गया है या हमारे द्वारा पोर्टल पर विभिन्न माध्यम से प्राप्त किया गया है। कंटेंट पब्लिश करने में पूर्णतया सावधानी रखी गई है। श्री श्याम आशीर्वाद आपके द्वारा किसी भी पोस्ट में दिए गए सुझाव , बदलाव व् नए प्रस्ताव का सहृदय हार्दिक स्वागत करता है।

Leave a Comment