मझधार में है नैया राहे अंजानी है मेरे बाबा सुन लो मेरी ये नाव पुरानी है (Majhdhar Me Hai Naiya Rahe Anjani Hai Mere Baba Sun Lo Meri Ye Naav Purani Hai)

Majhdhar Me Hai Naiya Rahe Anjani Hai Mere Baba Sun Lo Meri Ye Naav Purani Hai
मझधार में है नैया राहे अंजानी है मेरे बाबा सुन लो मेरी ये नाव पुरानी है

 

तर्ज – एक प्यार का नगमा है

 

मझधार में है नैया राहें अंजानी है
मेरे बाबा सुन लो मेरी ये नाँव पुरानी है

 

मै बींच भँवर में हूँ मिलता ना किनारा है
मेरी डूबती नैया का एक तू ही सहारा है
मुझे आस किसी से नही है तुझे आस बंधानी है

 

दुनिया ने बतलाया तुम मालिक हो अच्छे 
जो सच्चा है उसके तुम साथी हो सच्चे
क्युँ देर लगाते हो क्या नाँव डुबानी है

 

मुझसे जो चल पाती तुमको ना बुलाते हम
विश्वास करो मेरा खुद पार लगाते हम
बातों का वक्त नही करुणा दिखलानी है

 

दीनों के दीनानाथ सब तुमको कहते है
तेरे सेवक देखो तेरे दम पर रहते है
हरदम हम भगतों की तुम्हे नाँव चलानी है।।

 

।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम ही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
श्रीश्याम आशीर्वाद पोर्टल पर सभी मंदिर , भजन , भक्तो का जीवन परिचय, भक्तो के साक्षात्कार, प्रभु सुमिरन , ग्रन्थ व् अन्य कंटेंट को किसी न किसी ऑथेंटिकेटेड जानकारी व् व्यक्ति विशेष से लिया गया है या हमारे द्वारा पोर्टल पर विभिन्न माध्यम से प्राप्त किया गया है। कंटेंट पब्लिश करने में पूर्णतया सावधानी रखी गई है। श्री श्याम आशीर्वाद आपके द्वारा किसी भी पोस्ट में दिए गए सुझाव , बदलाव व् नए प्रस्ताव का सहृदय हार्दिक स्वागत करता है।

Leave a Comment