Majhdhar Phasi Naiya Ise Paar Laga Jao
मझधार फँसी नैया इसे पार लगा जाओ
तर्ज – हम तुमसे जुदा होके
मझधार , फँसी नैया… इसे , पार , लगा जाओ
इसे पार , लगा जाओ…
चहुँ और से , आकर के … तूफ़ाँ , मँडराया है,
नैया , मेरी , डोल रही … मनवा , घबराया है-2
मन मीत , कहाँ हो , तुम … मुझे , धीर , बँधा जाओ।।(१)
संसार , समंदर में … भँवरों का , है , जाल बिछा,
चिन्ता , और , परेशानी…छोड़े न , कभी पीछा-2
माया के , थपेड़ों से ….मेरा पीण्ड , छुड़ा , जाओ।।(२)
मुझको तो , भरोसा है …है श्याम , तुम आओगे,
खेनी ही , पड़ेगी तुझे…. कैसे , नट , पाओगे-2
तुं दीन , दयालू है … करुणा , बरसा जाओ।।(३)
अरदास , करे “बिन्नू” …. क्यों , दैर , लगाई है,
हो , बेड़ा पार , मेरा …. प्रभु , तेरी , बड़ाई है-2
खुद ही , तर जायेगी …. बस , हाथ , लगा जाओ।।(४)
मझधार फँसी नैया,इसे पार लगा जाओ
।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम ही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
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