मेरे श्याम के रूप हजार बारी जावा सूरत पे (Mere Shyam Ke Rup Hajar Vari Jawa Surat Pe)

Mere Shyam Ke Rup Hajar Vari Jawa Surat Pe
मेरे श्याम के रूप हजार बारी जावा सूरत पे

 

तर्ज – चिरमी

 

मेरे श्याम के रूप हजार
बारी जावाँ सूरत पे

 

कभी पिता बन आता साँवरिया
माता कभी बन जाता साँवरिया
ये करता है सबको दुलार,
वारी जावाँ सूरत पे …

 

कभी बहन बन बांधे है राखी
कभी बने भाई बनता है साथी
ये करता है सबसे प्यार,
वारी जावाँ सूरत पे …

 

कभी गुरु बन राह दिखाये
कभी ये प्रेेमी बन गले लगाये
ये सुनता है सबकी पुकार,
वारी जावाँ सूरत पे …

 

‘रवि’ कहे मन बसता साँवरिया
अधरों पे आकर हँसता साँवरिया
ये बनता है मेरा दिलदार,
वारी जावाँ सूरत पे ..

 

।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम ही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
श्रीश्याम आशीर्वाद पोर्टल पर सभी मंदिर , भजन , भक्तो का जीवन परिचय, भक्तो के साक्षात्कार, प्रभु सुमिरन , ग्रन्थ व् अन्य कंटेंट को किसी न किसी ऑथेंटिकेटेड जानकारी व् व्यक्ति विशेष से लिया गया है या हमारे द्वारा पोर्टल पर विभिन्न माध्यम से प्राप्त किया गया है। कंटेंट पब्लिश करने में पूर्णतया सावधानी रखी गई है। श्री श्याम आशीर्वाद आपके द्वारा किसी भी पोस्ट में दिए गए सुझाव , बदलाव व् नए प्रस्ताव का सहृदय हार्दिक स्वागत करता है।

Leave a Comment