पलकों से उदासी को जरा दूर भगा दे श्याम रोती हुई आँखों को आकर के हँसा दे श्याम (Palko Se Udasi Ko Jara Dur Bhaga De Shyam Roti Hui Aankho Ko Aakar Ke Hasa De Shyam)

Palko Se Udasi Ko Jara Dur Bhaga De Shyam Roti Hui Aankho Ko Aakar Ke Hasa De Shyam
पलकों से उदासी को जरा दूर भगा दे श्याम रोती हुई आँखों को आकर के हँसा दे श्याम

 

पलकों से उदासी को, जरा दूर भगा दे श्याम,
रोती हुई आँखों को, आकर के हँसा दे श्याम ।।

 

तेरी याद में ओ कान्हा, मेरी आँखें बरसती हैं,
दीदार कन्हैया का, पाने को तरसती हैं,
आ बहती आँखों को, दर्शन दिखला दे श्याम ।
रोती हुई आँखों को, आकर के हँसा दे श्याम ।।

 

माना इन आँखों में, आँसू भी जरूरी हैं,
दर्शन के बिना लेकिन, ये आँख जरूरी है,
खुशियों के आँसू दे, दुखड़ो के हटा दे श्याम ।
रोती हुई आँखों को, आकर के हँसा दे श्याम ।।

 

आँखों की पुतली में, तेरा अक्स उभरता है,
आँखों के जरिये तूं, इस दिल में उतरता है,
तेरे ‘हर्ष’ की आँखों को, ऐसी ना सजा दे श्याम ।
रोती हुई आँखों को, आकर के हँसा दे श्याम ।।

 

।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम ही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
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