श्री श्याम मंदिर घुसुड़ीधाम हावड़ा , कोलकाता (Shree Shaym Mandir Ghusdi Dham Havda Kolkata)

Shree Shaym Mandir Ghusdi Dham Havda Kolkata

श्री श्याम मंदिर घुसुड़ीधाम हावड़ा , कोलकाता

दरबार अनोखा सरकार अनोखी ,खाटू वाले कि हर बात अनोखी
जब भी आता हूँ दरबार मे इनके , में खो जाता हूँ श्रंगार में इनके
नित नई नवेली मुस्कान है गजब की , खाटू वाले कि हर बात अनोखी

कलिकाल में घर घर मे आपकी पूजा मेरे श्याम नाम से होगी यही वरदान भगवान कृष्ण ने हमारे बाबा श्याम को दिया था जो भी प्राणी आपको दिल से धाम धायेगा मनाएगा उसकी सकल मनोरथ आप पूर्ण करोगे । आज ये सत्य हम अपनी आँखों से देख रहे है जितना प्रचार श्याम नाम का हो रहा है अन्य किसी देवी देवता का नही। आज घर घर मे बाबा श्याम की ज्योति जल रही है। कलियुग में साक्षात प्राकट्य बाबा श्याम के दरबार मे जितनी जल्दी सुनाई अन्य कही नही निर्धन को धन निसन्तान को सन्तान एव असाध्य से असाध्य कष्ट का निवारण एव असभव से असभव कार्य इस दरबार मे बनते देखे है।

यू तो बाबा श्याम का निज धाम खाटू धाम है अपने निज भक्तो के भावों से रीझ कर बाबा श्याम ने भारत वर्ष के कोने कोने में अपने दरबार लगाए। ऐसा ही एक चमत्कारी दरबार बंगाल में हावड़ा स्टेशन से लगभग 4 कि मी दूर घुसुडी इलाके में 122 जे एन मुखर्जी रोड़ में बना बाबा श्याम का विशाल भव्य मंदिर कोलकाता ही नही आस पास के लिए भी आस्था का परम धाम बन चुका है।

27 फरवरी 2009 को मन्दिर में मूर्ति की प्राण प्रतिस्ठा हुई एव 28 फरवरी को मन्दिर का भव्य उद्घाटन परम् हितेषी श्री संतोष मंजू सिंघानिया के मुख्य यजमानत्व में सम्पन हुआ। यहा आने वाले भक्तो का मानना है कि घुसुडी धाम के बाबा श्याम चमत्कारी देव है।जो भी सच्चे मन से यहां अर्जी लगाते है बाबा श्याम उसकी मनोरकामना पूर्ण करते है जिसका सबसे बड़ा उदारण यहा नित्य भक्तो की लगी भीड़ से लगाया जा सकता है। मन्दिर का निर्माण कार्य 1999 मे प्रारंभ हुआ लगभग 8 वर्ष में बन कर तैयार हुए श्री श्याम मन्दिर को देख कर इसमे लगे समय को उचित ठहराया जा सकता है। श्री श्याम सत्संग मण्डल के बैनर तले बने इस विराट मन्दिर में राजस्थान की कला संस्कृति की अनूठी झलक देखने को मिलती है

राजस्थान के मकराना से विशेष मार्बल को तराश कर भव्य रूप दिया तो पुष्कर के अदभुत कारीगरों द्वारा कांच शीशे के कार्य जो चकाचोंध कर देने वाला है वही चांदी का कार्य भी राजस्थान के सुप्रसिद्ध सरदार शहर के कारीगरों द्वारा किया गया है जिससे मन्दिर की चमक चौगुनी मालूम पड़ती है। और इन सबके लिए बड़ा योगदान श्री नवल जी सुल्तानिया का है। मन्दिर प्राँगण में चौबीस अवतारों की झांकी कृष्ण लीला भगवान कृष्ण का विराट स्वरूप बर्बरीक द्वारा युद्ध देखना शीश दान रामदरबार राधा कृष्ण लक्ष्मी नारायण और गीता उपदेश की झांकिया मंत्रमुग्ध कर देती है। बाबा श्याम के शीश का विग्रह राजस्थान के जयपुर से लाया गया।लगभग सात हजार वर्ग फुट में बने इस मंदिर में खाटू का बाबा श्याम अपने निज भक्तो का कल्याण कर रहा है वही श्री गणेश जी श्री हनुमान जी महाराज दुर्गा माता श्री गोपी नाथ जी शिव परिवार राणी सती जिण माता शाकम्बरी माता देवसर भवानी माता भी विराजमान है। आने वाले श्रद्धालुओं को राजस्थान के देवो के दर्शन एक साथ प्राप्त हो जाते है। संस्था के प्रबंध न्यासी श्री विनोद टिबड़ेवाल के मुताबित संस्था के संस्थापक श्याम लीन स्व श्री प्रकाश चन्द्र टिबड़ेवाल को बाबा श्याम के स्वप्न में मीले आदेश का प्रतिफल है। बाबा श्याम के स्वप्न में मिले आदेश को पालन करते हुए स्व श्री प्रकाश जी अपना तन मन धन इसमे लगा दिया।

मन्दिर में ठहरने की भजन सकीर्तन हेतु हाल की पूजन सामग्री की व्यवस्था है। मन्दिर सुबह 6 बजे खुलता है जो दोपहर 1 बजे तक खुला रहता है शाम 4 बजे फिर खुलता है जो रात्रि 9 बजे तक खुला रहता है। मन्दिर में नित्य बाबा श्याम की पांच आरती होती है मंगला श्रंगार भोग संध्या एव शयन आरती होती है मन्दिर में सभी पर्व जैसे महाशिव रात्रि श्री हनुमानजन्मोत्सव नवरात्रि गणेश चतुर्थी जन्माष्टमी श्रावण उत्सव भादव अमावस्या आदि कार्यक्रम श्रद्धा भाव से सम्पन होते है। साधना के साथ साथ होमियोपैथी दातव्यं चिकित्सा एम्बुलेंस सेवा जरूरत मन्द बच्चो को पढ़ाई की पुस्तक का वितरण कम्प्यूटर ट्रेनिग सर्विस प्राक्रतिक आपदा राहत कार्य होते है।

कार्तिक में बाबा श्याम का जन्मोत्सव एव फागुण मेले में भव्य शोभा यात्रा निशान यात्रा एव बड़ा मेला भरता है जिसमें लाखो भक्त बाबा श्याम श्याम का दर्शन कर धन्य होते है। मन्दिर की विशेष बात है कि यहा नारियल बांध कर 9 परिक्रमा करने वाले भक्त की मनोरकामना बाबा अवश्य पूर्ण करता है। 4-5 वर्षो में अनेको संस्थाओं ने अपने बेनर तले यहाँ पदयात्रा निशान यात्रा भजन संध्या के माध्यम से दरबार मे पहुँच रहे है। मंदिर के सामने एक बड़े भूखण्ड में श्री श्याम भवन श्याम कुंड श्याम बगीची की रूप रेखा भी तैयार हो चुकी है

श्रद्धा एवम विश्वास से जो भी भक्त बाबा श्याम को अर्जी लगता है बाबा श्याम उस भक्त की मनोरकामना पूर्ण करते है। बाबा श्याम का तेजोमयी स्वरूप बाबा श्याम के स्वरुप पर रहता है। ये मनोहर द्र्श्य अपने आप मे बाबा की शक्ति का अहसास कराता है। नित्य चमत्कारों से सुशोभित धाम जहा बंगाल ही नही भारत वर्ष के कोने कोने से श्याम भक्त दर्शन को आते है और मनवांछित फल प्राप्त करते है। भक्ति भाव से नित्य सेवा से रीझ कर बाबा दरबार मे बैठ कर अपने निज भक्तो को वरदान देते है एवं कष्टो से निवारण करते|

यहां मन की मुरादे पाते हुए देखा , देखी है बदलती किस्मत की रेखा

नित नई नवेली मुस्कान गजब की , खाटू वाले कि हर बात अनोखी

चमत्कारी श्री श्याम मंदिर घुसुडी धाम आप भी स्वय आइए एव प्रभु का वो आशीर्वाद एव प्यार प्राप्त कीजिये जो कभी समाप्त नही होता।

 

।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम यही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
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