Shyam Mandir Surajgadh Dham श्री श्याम मंदिर सूरजगढ़ धाम (राजस्थान)
जो आस लगाकर के दरबार मे आता है खाली झोली आता भर कर ले जाता है मांगे से मिल जाये ऐसी सरकार कहा दरबार हजारो है ऐसा दरबार कहा
कलिकाल में घर घर मे आपकी पूजा मेरे श्याम नाम से होगी यही वरदान भगवान कृष्ण ने हमारे बाबा श्याम को दिया था जो भी प्राणी आपको सच्चे ह्रदय से आपकी शरणागत होगा ।उसकी सकल मनोरथ आप पूर्ण करोगे । आज ये सत्य हम अपनी आँखों से देख रहे है जितना प्रचार श्याम नाम का हो रहा है अन्य किसी देवी देवता का नही। आज घर घर मे बाबा श्याम की ज्योति जल रही है। कलियुग में साक्षात प्राकट्य बाबा श्याम के दरबार मे जितनी जल्दी सुनाई अन्य कही नही निर्धन को धन निसन्तान को सन्तान एव असाध्य से असाध्य कष्ट का निवारण एव असभव से असभव कार्य इस दरबार मे बनते देखे है।
दरबार अनोखा सरकार अनोखी खाटू वाले कि हर बात अनोखी जब भी आता हूँ दरबार मे इनके में खो जाता हूँ श्रंगार में इनके नित नई नवेली मुस्कान है इनकी खाटू वाले हर बात अनोखी
यू तो बाबा श्याम का निज धाम खाटू धाम है अपने निज भक्तो के भावों से रीझ कर बाबा श्याम ने भारत वर्ष के कोने कोने में अपने दरबार लगाए। ऐसा ही एक पावन दरबार राजस्थान में श्री श्याम मंदिर जिला झुंझनु में सूरजगढ़ धाम से सुविख्यात है जहा सच्ची भक्ति भाव से रीझ कर प्रभु ने स्वयं अपना दरबार लगाया । पुराने समय से एक छोटा मन्दिर बना था । बाबा की विशेष कृपा से विशाल मंदिर का निर्माण हुआ ।श्री श्याम मंदिर सूरजगढ़ की प्राण प्रतिष्ठा खाटू धाम मन्दिर कमेटी के श्री राजेन्द्र सिंह जी चौहान एव प्रताप सिंह जी चौहान के सानिध्य में हुई ।बाबा श्याम का तेजोमयी स्वरुप इस तेजोमयी शीश का दर्शन करने राजस्थान से ही नही भारत के कोने कोने से भक्त आते है जहाँ नित्य बाबा दरबार मे आये अपने निज भक्तो की मुरादे पूर्ण करते है। अपने भक्तों की झोली भरते है।
यहां मन की मुरादे पाते हुए देखा देखी है बदलती किस्मत की रेखा नित नई नवेली मुस्कान गजब की खाटू वाले कि हर बात अनोखी
सूरजगढ़ धाम द्वारा 371 साल से निशान यात्रा प्रति वर्ष फागुन में निकाली जाती है जिसमे अंसख्य श्याम भक्त आज श्री हजारी लाल जी इन्दोरिया के पावन सानिध्य में पद यात्रा के खाटू धाम पहुँच कर फागुण सुदी बारस को बाबा श्याम को निशान अर्पित किया जाता है गत दो वर्षों से निशान रवाना श्री श्याम सिंह चौहान पुत्र श्री मोहन दास जी महाराज द्वारा किया जाता है।
श्री श्याम मंदिर में पाँच समय महाआरती होती है। सुबह शाम बाबा की ज्योत होती है। श्री श्याम मन्दिर धाम में हिन्दू संस्कृति के सभी पर्व कार्तिक में श्री श्याम जन्मोत्सव माघ शुक्ला एकादशी वार्षिकोत्सव एव बड़ा मेला भरता है श्रावण मास श्री कृष्ण जन्माष्टमी रामनवमी श्री हनुमान जयंती उत्सव एव दोनों एकादशी विशेष श्रंगार दरबार विशेष सुसज्जित होता है। दरबार के प्रवेश द्वार पर बाबा श्याम का लीला घोड़ा विराजमान है।
श्री श्याम मंदिर सूरजगढ़ जो नित भक्ति भाव से नित्य सेवा से रीझ कर बाबा दरबार मे बैठ कर अपने निज भक्तो को वरदान देते है एवं कष्टो से निवारण करते है । सूरजगढ़ दरबार मे बाबा की मोरछड़ी के झाड़े से अनगिनत निसन्तान श्याम प्रेमियो को सन्तान प्राप्ति हुई है । मन्दिर की बभूति से असाध्य बीमारियों से छुटकारा पाते देखा है।
श्रद्धा एव आस्था से शुशोभित ये सूरजगढ़धाम अपनी प्रसिद्धि की ध्वजा फहरा रहा है। जहाँ विराजित बाबा श्याम की महिमा दूर दूर तक गाई जाती है आज श्री श्याम मन्दिर की सेवा भक्ति एव व्यवस्था भगत जी आदरणीय श्री हजारी लाल जी इन्दोरिया’ श्री हरिराम जी श्री गोपी राम जी श्री नोरंग लाल जी श्री जुगल किशोर जी श्री कुरडाराम जी श्री ओम प्रकाश जी इन्दोरिया के द्वारा की जा रही है।
साचो प्रेम प्रभु में हो तो मूर्त
बोले काठ की
श्री श्याम मंदिर सूरजगढ़ आप भी स्वय आइए एव प्रभु का वो आशीर्वाद एव प्यार प्राप्त कीजिये जो कभी समाप्त नही होता।
सूरजगढ अलबेलों दरबार जहाँ विराजे शीश का दानी खाटू वाला श्याम
जय सूरजगढ़ दरबार की
।। श्री श्याम आशीर्वाद ।। ।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम यही जीवन प्राण ।। ।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
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