हे संकट मोचन करते है वंदन तेरे बिन संकट कौन हरे (He Sankat Mochan Karte Hai Vandan Tere Bin Sankat Kon Hare)
He Sankat Mochan Karte Hai Vandan Tere Bin Sankat Kon Hare हे संकट मोचन करते है वंदन तेरे बिन संकट कौन हरे तर्ज – ओ पालन हारे दोहा पवन तनय सँकट हरण, मंगल मूर्ती रूप । राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुरभूप ।। हे संकट मोचन करते है वंदन – 2 … Read more