जब जब नसीब रूठा बादल ग़मों के छाये प्रभु तुम याद आये (Jab Jab Nasib Rutha Badal Gamo Ke Chaaye Prabhu Tum Yad Aaye)
Jab Jab Nasib Rutha Badal Gamo Ke Chaaye Prabhu Tum Yad Aaye जब जब नसीब रूठा बादल ग़मों के छाये प्रभु तुम याद आये तर्ज – जब जब बहार आई जब-जब नसीब रूठा, बादल ग़मों के छाये, प्रभु तुम याद आये, ऐसे में दुख का साथी, जब एक भी ना पाये, प्रभु तुम … Read more