बिन बोले जब मिलता हम बोल के क्या माँगे (Bin Bole Jab Milta Hum Bol Ke Kya Mange)

Bin Bole Jab Milta Hum Bol Ke Kya Mange
बिन बोले जब मिलता हम बोल के क्या माँगे

 

तर्ज – दरबार हजारो है ऐसा दरबार कहा

 

बिन बोले, जब मिलता…हम, बोल के, क्या माँगे।।
मेरी दुनिया, तुम ही हो… दुनिया से, क्या माँगे।।

 

धन दौलत , क्या , माँगे … मुस्कान , ये दी , तुमने।।
हमे , श्याम प्रेमियो की … पहचान , ये दी , तुमने
किस्मत को , बनाते हो … किस्मत से , क्या माँगे

 

कोई हमसे , पूछे , जरा … जन्नत , कैसी , होगी।।
दाँवे से , कह देगें …. खाटू , जैसी होगी
जीते जी , स्वर्ग मिला …. मरने पर , क्या माँगे

 

हमसे , नालायक को …  लायक , समझा , तुमने।।
अपनो ने ,  ठुकराया… अपना , समझा तुमने
तुमको ही , माँग लिया …. तुमसे , अब , क्या माँगे

 

।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम ही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
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