गणपत न प्रथम मनावांजी गणपत न (Ganpat Ne Pratham Manavaji Ganpat Ne)

Ganpat Ne Pratham Manavaji Ganpat Ne
गणपत न प्रथम मनावांजी गणपत न

 

तर्ज – मारवाड़ी

 

गणपत न प्रथम मनावांजी,गणपत न,
रिद्धि सिद्धि लेकर आवो जी गजानन्द,
आवो जी गजानन्द बैठो जी गजानन्द,
थाका चरणा म धोक लगावांजी,गणपत न।।
अन्न धन से भर दयो भण्डारो,
भर दयो भण्डारो,भर दयो भण्डारो,
थारो मन से ध्यान लगावांजी।।(१)
पग म थारे घुँघरू बाँधकर,
घुँघरू बाँधकर घुँघरू बाँधकर,
कीर्तन मे नाच नचावांजी।।(२)
न्हाय धोय कर करां आरती,
करा आरती करां आरती,
“बनवारी” चंवर ढुलावांजी।।(३)
गणपत न प्रथम मनावांजी,गणपत न

 

।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
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।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
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