Jiman Ko Chato Se Baba Jiman Bathe Hi Jave
जीमण को चटो स बाबा जीमण बठे ही जावे
तर्ज – मारवाड़ी / राजस्थानी
अरे सबरी , काई थारी , सासु लागे … जिणरो , बेर स ,खायो….-2
अरे कर्मा , काई थारी , काकी लागे … जिणरो , खीचड़ , खायो….-2
जाट भगत के , मन में , बाबा … बात एक , ही आवे
ते , जीमण को , चटो स , बाबा …, जीमण , बठे ही , जावे….-2
मोठ बाजरी , रोटी राबड़ी ,… हद से , होगी बारे….-2
पेड़ और , चूरमा तेरा ,….. महँगा , हो गया , लारे….-2
फ़ाकाम फाक , जाट , श्याम … रे बोल , कठे सु , जिमावे
ते , जीमण को , चटो स , बाबा …, जीमण , बठे ही , जावे….-2
जद तेरे , कीर्तन में , जावा … ठाट , घाना ही , देख्या….-2
छप्पन , भोग का , थाल सांवरा …. सेठ , लिया से , बैठाया…-2
मेरे से , न , जुटे राबड़ी …. कठे से , भोग , लगावे
ते , जीमण को , चटो स , बाबा …, जीमण , बठे ही , जावे….-2
जया , जाट का , ताना , सुनकर … श्याम धणी , मुस्कावे….-2
कवे जाट ते , मत कर , रोला … क्या ने , राड़ , माचवे….-2
रोज़ रोज़ , ये , मीठा खता …. जी , मेरा , भरमावे
ते तयार , राखिजे , मिर्ची रोटी …श्याम , तेरे , घर आवे