Rakhoge Jis Haal Me Rah Lunga Sarkar Ye To Nischit Hai Baba Chodu Na Tera Dawar
रखोगे जिस हाल में रह लूँगा सरकार ये तो निश्चित है बाबा छोडूं ना तेरा द्वार
तर्ज-देना हो तो दीजिये
रखोगे जिस हाल में,रह लूँगा सरकार
ये तो निश्चित है बाबा,छोडूं ना तेरा द्वार।।
भले बुरे को सोच तुम्हे है,लिया तुम्हारा शरणा है,
जेहिं विधि होय नाथ हित मोरा,प्रभु तुम्हे वो करना है,
मुझसे ज्यादा तूं समझे,क्या है मुझको दरकार।।(१)
है मेरे तनमन के स्वामी,मुझे भरोसा तेरा है,
दीन दुखी का साथ निभाते,ये तो अनुभव मेरा है,
प्रभु तेरी कृपा बरसते,मैंने देखा है कई बार।।(२)
अंतर्मन की अंतर्यामी,तुझको क्या बतलाऊँ मैं,
हर कण कण मैं नेत्र तुम्हारे,तुमको क्या दिखलाऊँ मैं,
हर दुःख तकलीफ का बाबा,तेरे हाथों में उपचार।।(३)
सौंप दिया है तुझको जीवन,मैं क्यों चिन्ता फ़िक्र करूँ,
दिल का हाल सुने दिल वाला,दुनिया से क्या जिक्र करूँ,
“बिन्नू” क्यों दर दर भटके,जब मालिक है दिलदार।।(४)
रखोगे जिस हाल में,रह लूँगा सरकार
।। श्री श्याम आशीर्वाद ।।
।। श्याम श्याम तो मैं रटू , श्याम ही जीवन प्राण ।।
।। श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम ।।
श्रीश्याम आशीर्वाद पोर्टल पर सभी मंदिर , भजन , भक्तो का जीवन परिचय, भक्तो के साक्षात्कार, प्रभु सुमिरन , ग्रन्थ व् अन्य कंटेंट को किसी न किसी ऑथेंटिकेटेड जानकारी व् व्यक्ति विशेष से लिया गया है या हमारे द्वारा पोर्टल पर विभिन्न माध्यम से प्राप्त किया गया है। कंटेंट पब्लिश करने में पूर्णतया सावधानी रखी गई है। श्री श्याम आशीर्वाद आपके द्वारा किसी भी पोस्ट में दिए गए सुझाव , बदलाव व् नए प्रस्ताव का सहृदय हार्दिक स्वागत करता है।