अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुते जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते (Aigiri Nandini Nandit Medini Vishwa Vinodini Nandit Nute Mahisasur Mardini Shel Sute)

shyam aashirwad ambe mata photo

Aigiri Nandini Nandit Medini Vishwa Vinodini Nandit Nute Mahisasur Mardini Shel Sute अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुते जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते   अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुते गिरिवरविन्ध्यशिरोऽधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते। भगवति हे शितिकण्ठकुटुम्बिनि भूरिकुटुम्बिनि भूरिकृते जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 1 ॥ सुरवरवर्षिणि दुर्धरधर्षिणि दुर्मुखमर्षिणि हर्षरते त्रिभुवनपोषिणि शङ्करतोषिणि किल्बिषमोषिणि घोषरते दनुजनिरोषिणि … Read more

सुन्दर कांड चौपाई लिरिक्स हिंदी (Sundar Kand Chopai Lyrics Hindi)

balaji maharaj shyam aashirwad

Sundar Kand Chopai Lyrics Hindi सुन्दर कांड चौपाई लिरिक्स हिंदी   सुन्दर कांड की चौपाई अर्थ सहित   चौपाई जामवंत के बचन सुहाए। सुनि हनुमंत हृदय अति भाए॥ तब लगि मोहि परिखेहु तुम्ह भाई। सहि दुख कंद मूल फल खाई॥1॥ भावार्थ:-जाम्बवान् के सुंदर वचन सुनकर हनुमानजी के हृदय को बहुत ही भाए। (वे बोले-) हे … Read more