Jimoji Babaji Manvar Main Karu Churme Ki Thali Thare Samne Dharu
जीमो जी बाबा जी मनवार मैं करूं चूरमें की थाली थारे सामने धरु
तर्ज – बोलो जी दयालु दिलदार के करू
जीमो जी बाबा जी , मनवार मैं करूं
चूरमें की थाली थारे , सामने धरु।।
आंटे माही देसी घी को , मूण दियो
हाथां सु मसल आटो , गूंथ लियो
उंखल माही कूट ल्यायो , जीमो तो सरु।।
चुरमें में देसी बुरा , दीन्हो मैं मिला
कतर कतर मेवा , मायने दिया
भोग थे लगाओ , अरदास में करू।।
छोटोड़ी इलायची का , दाणा घाल्या माय
अरोगो महाराज थारे , चरणों में पडूँ।।
पड़दो लगायो बाबा , आओ तो सरी
रुच रुच भोग थे , लगाओ तो सरी
हर्ष दयालु थासू , अरज करू।।