जरा सर को झुकाओ वसु देव जी थारी टोकरी में त्रिलोकी नाथ है (Jara Sar Ko Jhukao Vasudev Ji Thari Tokri Me Triloki Nath Hai)
Jara Sar Ko Jhukao Vasudev Ji Thari Tokri Me Triloki Nath Hai जरा सर को झुकाओ वसु देव जी थारी टोकरी में त्रिलोकी नाथ है तर्ज – जरा सामने तो आओ छलिये जरा , सर को … झुकाओ , वसु देव जी थारी , टोकरी में … त्रिलोकी , नाथ है चूमने दो … Read more